भारत में तीर्थयात्राओं का एक समृद्ध इतिहास है, जो देश की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को प्रतिबिंबित करता है। हाल के वर्षों में, सरकार ने तीर्थयात्रियों के अनुभव को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस लेख में, हम दो प्रमुख पहलुओं पर चर्चा करेंगे:
1. हज यात्रा में सुधार और डिजिटल पहल:
हज यात्रा मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है, और भारत से हर साल लाखों तीर्थयात्री इसमें शामिल होते हैं। सरकार ने हज यात्रा को सुगम बनाने के लिए कई सुधार लागू किए हैं:
डिजिटल अवसंरचना का विकास: सरकार ने हज यात्रा के लिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किए हैं, जिससे तीर्थयात्रियों को आवेदन प्रक्रिया, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य सुविधाओं की जानकारी आसानी से मिल सके।
महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान: महिलाओं की समानता को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने बिना 'मेहरम' (पुरुष साथी) के महिलाओं को हज पर जाने की अनुमति दी है, जिससे अधिक महिलाएं स्वतंत्र रूप से तीर्थयात्रा कर सकें।
आर्थिक सहायता: निम्न-आय वर्ग के व्यक्तियों के लिए हज यात्रा को सुलभ बनाने के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बन सकें।
स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीर्थयात्रियों के लिए व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान की हैं, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष ध्यान दिया गया है। लगभग 2 लाख आउटपेशेंट परामर्श आयोजित किए गए, और चिकित्सा टीमों ने तीर्थयात्रियों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए नियमित दौरे किए।
2. अन्य प्रमुख तीर्थयात्राओं में सुधार:
हज के अलावा, भारत में कई प्रमुख तीर्थयात्राएं होती हैं, जिनमें सरकार ने सुधार और सुविधाओं का विस्तार किया है:
चार धाम यात्रा: उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए सरकार ने बुनियादी ढांचे में सुधार किए हैं। 2024 में, केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए, और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों का स्वागत किया।
प्रसाद योजना: सरकार ने 'प्रसाद' (Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Heritage Augmentation Drive) योजना के तहत 27 नए स्थलों की पहचान की है, जहां पर्यटन अवसंरचना को विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य तीर्थ और विरासत स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देना है।
पंजाब सरकार की तीर्थयात्रा योजना: पंजाब सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थयात्रा योजना शुरू की है, जिसमें 10 बसें प्रतिदिन विभिन्न पवित्र स्थलों के लिए प्रस्थान करती हैं।
मध्य प्रदेश की तीर्थदर्शन योजना: मध्य प्रदेश सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थदर्शन योजना को पुनः शुरू किया है, जिसमें विशेष ट्रेनें वाराणसी जैसे पवित्र स्थलों के लिए प्रस्थान करती हैं।
इन सभी पहलों का उद्देश्य तीर्थयात्रियों के अनुभव को सुरक्षित, सुविधाजनक और समृद्ध बनाना है, जिससे भारत की सांस्कृतिक विरासत और
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिले।